FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
- हेनोच-शॉनलिन पुरपरा क्या है?
यह एक ऑटोइम्यून स्थिति है जिसमें रक्त वाहिकाओं में सूजन होती है। - हेनोच-शॉनलिन पुरपरा के लक्षण क्या हैं?
त्वचा पर चकत्ते, जोड़ों में दर्द, पेट में दर्द और किडनी की समस्याएं इसके प्रमुख लक्षण हैं। - इसका इलाज कैसे किया जाता है?
सामान्य उपचार में दर्द निवारक दवाएं, स्टेरॉइड्स और तरल पदार्थों का सेवन शामिल है। - क्या हेनोच-शॉनलिन पुरपरा जीवन के लिए खतरा है?
अधिकांश मामलों में यह स्थिति गंभीर नहीं होती और समय के साथ ठीक हो जाती है। - क्या यह स्थिति दोबारा हो सकती है?
हाँ, कुछ मामलों में हेनोच-शॉनलिन पुरपरा Henoch Schonlein Purpura दोबारा हो सकता है, लेकिन यह सामान्यतः हल्का होता है।
Introduction
Henoch Schonlein Purpura एक प्रकार का inflammatory disease है जो मुख्यतः बच्चों को प्रभावित करता है, लेकिन कभी-कभी वयस्कों में भी देखा जा सकता है।
आमतौर पर समय के साथ बिना उपचार के ठीक हो जाता है इसमें बैगनी या लाल चकते उभर आते हैं और ये दाने को समाप्त होने में लगभग एक सप्ताह लगता है, कभी कभी एक महीने तक भी रह सकता है |
यह स्थिति रक्त वाहिकाओं, विशेष रूप से छोटे रक्त वाहिकाओं में सूजन के कारण होती है। इस लेख में, Henoch-Schonlein Purpura के कारण, लक्षण, निदान, उपचार और प्रबंधन के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
यह कोई बंशानुगत बीमारी नहीं है। यह आमतौर पर गंभीर नहीं होता, लेकिन कभी-कभी गुर्दे की समस्या बन जाती है |
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हेनोच-शॉनलिन पुरपरा HSP क्या है ?
हेनोच-शॉनलिन पुरपरा Henoch Schonlein Purpura एक ऑटोइम्यून स्थिति है जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली अपने ही रक्त वाहिकाओं पर हमला करती है। इससे रक्त वाहिकाओं में सूजन होती है, जिसके परिणामस्वरूप त्वचा पर चकत्ते, जोड़ों में दर्द, पेट में दर्द और किडनी की समस्याएं हो सकती हैं।
इस बीमारी में दाने तब निकलते हैं जब स्किन किसी एलर्जेंस के संपर्क में आ जाती है, जो आमतौर पर हानिरहित पदार्थ होता है जिस पर इम्यून सिस्टम हमला करती है
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हेनोच-शॉनलिन पुरपरा के कारण
Henoch Schonlein Purpura का सटीक कारण अभी तक पूरी तरह से ज्ञात नहीं है, लेकिन कुछ संभावित कारण निम्नलिखित हो सकते हैं:
- संक्रमण:- कुछ वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण, जैसे कि सर्दी या गले का संक्रमण, इस स्थिति को ट्रिगर कर सकते हैं।
- अन्य ऑटोइम्यून विकार:- जिन लोगों में पहले से कोई अन्य ऑटोइम्यून स्थिति है, उनमें HSP होने की संभावना बढ़ जाती है।
- पर्यावरणीय कारक:- धूल, पराग और अन्य एलर्जेंस भी इस स्थिति को बढ़ा सकते हैं।
Henoch Schonlein Purpura के लक्षण ?
- त्वचा पर चकत्ते:- ये चकत्ते मुख्यतः पैर और नितंबों पर होते हैं और इनमें लाल या बैंगनी रंग की धब्बे होते हैं।
- जोड़ों में दर्द और सूजन:- घुटनों और टखनों में दर्द और सूजन आम है।
- पेट में दर्द:- कई मामलों में, पेट में तेज दर्द हो सकता है, जो कभी-कभी उल्टी का कारण भी बन सकता है।
- किडनी की समस्याएं:- कुछ मामलों में, यह किडनी को भी प्रभावित कर सकता है, जिससे रक्त और प्रोटीन का मूत्र में आना संभव हो सकता है।
- थकान और बुखार:- सामान्य थकान और बुखार भी देखे जा सकते हैं।
Henoch Schonlein Purpura का निदान ?
हेनोच-शॉनलिन पुरपरा का निदान मुख्यतः लक्षणों के आधार पर किया जाता है। डॉक्टर कई तरह के परीक्षण कर सकते हैं, जैसे:
- रक्त परीक्षण (Blood Test):- संक्रमण या सूजन के संकेतों की जांच के लिए।
- मूत्र परीक्षण (Urin Test):- यह जानने के लिए कि किडनी कैसे कार्य कर रही है।
- त्वचा बायोप्सी (Skin biopsy):- त्वचा के चकत्तों से एक नमूना लेकर उसकी जांच करना।
- इमेजिंग परीक्षण: जरूरत पड़ने पर, जैसे कि पेट में दर्द की गंभीरता की जांच के लिए।
Henoch Schonlein Purpura का उपचार
हेनोच-शॉनलिन पुरपरा का उपचार मुख्यतः लक्षणों को प्रबंधित करने और जटिलताओं को रोकने पर केंद्रित होता है। सामान्य उपचार में शामिल हैं:
- दर्द निवारक दवाएं: जैसे कि आइबुप्रोफेन या एसिटामिनोफेन, जो जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में मदद कर सकती हैं।
- स्टेरॉइड्स: यदि लक्षण गंभीर हैं या किडनी प्रभावित हो रही हैं, तो डॉक्टर स्टेरॉइड्स का सुझाव दे सकते हैं।
- तरल पदार्थों का सेवन: किडनी की सुरक्षा के लिए पर्याप्त तरल पदार्थों का सेवन आवश्यक होता है।
Henoch Schonlein Purpura का प्रबंधन
हेनोच-शॉनलिन पुरपरा के साथ जीने के लिए निम्नलिखित सुझावों का पालन किया जा सकता है:
- नियमित चिकित्सा जांच: डॉक्टर के नियमित फॉलो-अप से स्थिति का सही प्रबंधन संभव है।
- स्वस्थ जीवनशैली: संतुलित आहार, पर्याप्त नींद और नियमित व्यायाम स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते हैं।
- तनाव प्रबंधन: मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि तनाव से स्थिति खराब हो सकती है।
- चिकित्सकीय दवाओं का सही सेवन: डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाओं का सही तरीके से सेवन करें।
Henoch Schonlein Purpura के जोखिम कारक
हेनोच-शॉनलिन पुरपरा के कुछ जोखिम कारक हो सकते हैं:
- उम्र:- यह स्थिति मुख्यतः 2 से 6 वर्ष के बच्चों में अधिक आम है।
- लिंग:- यह पुरुषों में महिलाओं की तुलना में अधिक सामान्य होता है।
- अन्य स्वास्थ्य समस्याएं:- जिन बच्चों में पहले से कोई अन्य स्वास्थ्य समस्या है, उनमें HSP होने की संभावना बढ़ सकती है।
निष्कर्ष
Henoch Schonlein Purpura एक गंभीर स्थिति हो सकती है, लेकिन अधिकतर मामलों में यह स्वचालित रूप से ठीक हो जाती है। समय पर निदान और उचित उपचार से बच्चों को सामान्य जीवन जीने में मदद मिल सकती है। यदि आपके बच्चे में हेनोच-शॉनलिन पुरपरा के लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
बच्चों के शरीर पर लाल धब्बे देख कर उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले जाएँ, उस दाने को दबने या फोरने से और प्रॉब्लम बढ़ेगी
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